Sunday, December 20, 2015

तिरंगा


तिरंगा
देखो एक नया तिरंगा लहराता है |

आज गणतंत्र दिवस है |
हर दिन से अलग एक नया दिन है |

आज तिरंगा लहराने का अवसर है |
एक नई उमंग और विश्वास को जगाना है |

आकाश सुना नहीं है |
देखो तिरंगा लहराता है |

हरा रंग जीवन है |
यह धरती हमारी माता है |

नारंगी रंग हमारी दिशा और लक्ष है |
भारत को सम्रद्ध और विशाल बनाना है |

सफ़ेद रंग हमारी आत्मा है |
परम परमात्मा से जुडी है |

यह ब्रह्मा, विष्णु, महेश का आगमन है |
सत्यम, शिवम्, सुन्दरम का समागम है |

तिरंगा तीन रंगोका मिलन है |
त्रिगुण का यह एक संतुलन है |

मध्य में कालचक्र चल रहा है |
सुदर्शन चक्र जैसे लगता है |

क्या यह भ्रष्टाचार को काटेगा ?
क्या यह कालाबाजारी को रोकेगा ?

क्या यह बेईमानी को जलाएगा ?
क्या यह रोटी, कपडा और मकान देगा ?

आओ हम सब मिलकर एक नया भारत बनाये |
एक नए तिरंगे को आकाश में सदा लहराते दिखाए |

भारत भावनावोंसे भरा एक देश है ! इसीलिए ‘भारत’ शब्द तीन तत्वोसे बना है - भाव, राग, ताल ! भगवा इसी शुद्ध भाव का प्रतीक है...
Posted by Avadhoot Dandekar on Wednesday, December 16, 2015